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Central Services

एंटी-रैगिंग

रैगिंग: कोई भी अव्यवस्थित आचरण, चाहे बोले गए शब्दों या लिखित रूप से हो या किसी ऐसे कार्य द्वारा हो, जिसका प्रभाव किसी अन्य छात्र को चिढ़ाने, उसके साथ अशिष्ट व्यवहार करने या उसे संभालने पर पड़ता हो, उपद्रवी या अनुशासनहीन गतिविधियों में लिप्त होना, जो किसी नए या कनिष्ठ छात्र में झुंझलाहट, कठिनाई या मनोवैज्ञानिक क्षति का कारण बनता हो या होने की संभावना हो या भय या आशंका पैदा करता हो या छात्रों को कोई ऐसा कार्य करने या प्रदर्शन करने के लिए कहना, जो ऐसा छात्र सामान्य तौर पर नहीं करेगा और जिसका प्रभाव शर्म या शर्मिंदगी की भावना पैदा करने या उत्पन्न करने का हो, जिससे किसी नए या कनिष्ठ छात्र के शरीर या मानस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े।

राष्ट्रीय रैगिंग रोकथाम कार्यक्रम

राष्ट्रीय एंटी-रैगिंग हेल्पलाइन 24x7 टोल फ्री 1800-180-5522

helpline@antiragging.in | www.antiragging.in

यूजीसी निगरानी एजेंसी

             युवा केंद्र (C4Y)

antiragging@c4yindia.org | www.c4yindia.org

एंटी-रैगिंग समिति और दस्ते का संपर्क विवरण
एंटी-रैगिंग समिति (एआरसी) | एंटी-रैगिंग स्क्वाड (एआरएस)
रैगिंग एक आपराधिक अपराध है और दोषियों पर यूजीसी विनियमों के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

(www.antiragging.in/assets/pdf/annexure/Annexure-I.pdf)

www.ugc.ac.in

एंटी रैगिंग स्क्वाड

क्र. सं.                  नाम और पदनामसंपर्क विवरण (फोन नंबर/ईमेल)
1

प्रो. संजय दहल

प्रोफेसर,

रसायन विज्ञान विभाग एवं छात्र कल्याण के डीन

9593378884;

deansw@cus.ac.in;

sdahal@cus.ac.in

2

डॉ. बसुंधरा छेत्री

सहायक प्रोफेसर,

प्राणी विज्ञान विभाग

9434552502;

Bchettri01@cus.ac.in

3

डॉ. ई. ईश्वरजीत सिंह

सहायक प्रोफेसर,

भूगोल विभाग एवं वार्डन, रंगीत बॉयज हॉस्टल

7407829223;

eisingh@cus.ac.in

रैगिंग विरोधी समिति

क्र. सं.                                        नाम और पदनाम       पदसंपर्क विवरण (फोन नंबर/ईमेल)
1कुलपति, सिक्किम विश्वविद्यालयसभापति

03592-251073;

vc@cus.ac.in

2

रजिस्ट्रार

सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य

03592-251403;

registrar@cus.ac.in

3

श्री उज्ज्वल राय अतिरिक्त सचिव

शिक्षा विभाग सिक्किम सरकार

सदस्य 

9434033201;

ujwalraiscs@gmail.com

4श्री तिलक छेत्री पुलिस निरीक्षक सदर पुलिस स्टेशन गंगटोकसदस्य 8670363111
5श्री प्रकाश अधिकारी वरिष्ठ पत्रकार नॉर्थ-ईस्ट चैनल गंगटोकसदस्य 7797890368
6

श्री कर्मा नीमा, परियोजना निदेशक फ्रीडम फैसिलिटी,

लोअर तथांगचेन, गंगटोक

सदस्य 9434448617
7श्री पदम कुमार लिम्बू अभिभावक प्रतिनिधि गंगटोकसदस्य 8756998933
8

प्रो अभिजीत दत्ता प्रोफेसर,

वाणिज्य विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9438134910;

adutta@cus.ac.in

9

प्रो. संध्या थापा प्रोफेसर,

समाजशास्त्र विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9474983801;

sthapa@cus.ac.in

10

डॉ. जिग्मी वानचुक भूटिया एसोसिएट प्रोफेसर 

पर्यटन विभाग 

सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9434152864;

jbhutia@cus.ac.in

11

डॉ. ई. ईश्वरजीत सिंह, सहायक प्रोफेसर, 

भूगोल विभाग,

 सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

7407829223;

eisingh@cus.ac.in

12

डॉ. प्रदीप त्रिपाठी सहायक प्रोफेसर

 हिंदी विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

8928110451;

ptripathi@cus.ac.in

13

डॉ. के. रेणुका देवी सहायक प्रोफेसर 

इतिहास विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9083035394;

krdevi@cus.ac.in

14

डॉ. जैस्मीन यिमचुमगर, सहायक प्रोफेसर,

मास कम्युनिकेशन विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

8348586511;

jyimchunger@cus.ac.in

15

डॉ. अनामिका गुरुंग सहायक प्रोफेसर 

बागवानी विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9515273961;

anamikagurung10@gmail.com

16

सुश्री सु हंगमा लिम्बू अतिथि 

व्याख्याता विभाग लिम्बू सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

7431854152;

suhangma95@gmail.com

17

प्रोवोस्ट,

 सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य provost@cus.ac.in
18

श्री बिकाश दहल 

सुरक्षा पर्यवेक्षक सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9800003396;

bkdahal@cus.ac.in

19

श्री मोनुज शर्मा पीएचडी स्कॉलर

रसायन विज्ञान विभाग सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 

9678620335;

monujsharma9678@gmail.com

20छात्र कल्याण के डीन, सिक्किम विश्वविद्यालयसदस्य सचिव03592-251122;
रैगिंग से संबंधित किसी भी मामले की रिपोर्ट करने के लिए कुलपति या रजिस्ट्रार से संपर्क किया जा सकता है।

संपर्क विवरण

  1. कुलपति का कार्यालय : 251067 / 251073 
  2. रजिस्ट्रार का कार्यालय: 251403 / 251076

जिस छात्र की रैगिंग हुई है या जिसने छात्रावासों या विभागों में या विश्वविद्यालय भवन में किसी को रैगिंग करते देखा है, वह अपनी शिकायत उपरोक्त सदस्यों में से किसी एक को दे सकता है, जो तुरंत डीन, छात्र कल्याण को इसकी जानकारी दे सकता है। ऐसी शिकायत प्राप्त होने पर, डीन, छात्र कल्याण तीन (3) दिनों के भीतर सेल की बैठक बुलाएगा। एंटी-रैगिंग सेल शिकायत की जांच करेगा। यदि शिकायत सही पाई जाती है और अपराधी की पहचान हो जाती है, तो सेल सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा फैसलों के अनुसार कुलपति को उचित सिफारिशें कर सकता है।

यह प्रकोष्ठ समय-समय पर विद्यार्थियों को रैगिंग विरोधी नियमों के बारे में जागरूक करेगा तथा छात्रावासों और विभागों में नोटिस प्रदर्शित करेगा, जिसमें उन्हें रैगिंग में लिप्त होने पर होने वाले संभावित परिणामों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

रैगिंग के अंतर्गत मानी जाने वाली गतिविधियाँ:

  • बोले गए या लिखे गए शब्दों द्वारा कोई भी आचरण या ऐसा कोई कार्य जो किसी नए छात्र या किसी अन्य छात्र को चिढ़ाने, छेड़ने या अशिष्टता से व्यवहार करने का प्रभाव डालता हो।
  • वित्तीय जबरन वसूली या जबरदस्ती खर्च करने का कार्य।
  • शारीरिक दुर्व्यवहार
  • उपद्रवी/अनुशासनहीन गतिविधियाँ, जो किसी भी छात्र में झुंझलाहट, कठिनाई, शारीरिक/मनोवैज्ञानिक नुकसान या भय या आशंका पैदा करती हैं या होने की संभावना है।
  • किसी छात्र को ऐसा कार्य करने के लिए मजबूर करना, जो उसके शरीर या मानस को प्रभावित करते हुए शर्म, पीड़ा या शर्मिंदगी की भावना पैदा करता है
  • कोई भी ऐसा कार्य जो किसी छात्र को नियमित शैक्षणिक गतिविधियों में बाधा डालता है/बाधित करता है/बाधित करता है
  • बोलकर, ईमेल, पोस्ट, सार्वजनिक अपमान करके कोई भी कार्य या दुर्व्यवहार जिसमें नए या किसी अन्य छात्र को असुविधा पहुँचाने में सक्रिय रूप से भाग लेने से विकृत आनंद, परोक्ष या परपीड़क रोमांच प्राप्त करना भी शामिल है
  • शक्ति, अधिकार या श्रेष्ठता का प्रदर्शन करके परपीड़क आनंद प्राप्त करने के इरादे से या उसके बिना छात्र के मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को प्रभावित करने वाला कोई भी कार्य

श्री आर. के. राघवन समिति की सिफारिशें:

  • मौखिक रैगिंग: जब कोई सीनियर जूनियर को अस्वीकार्य/व्यक्तिगत प्रश्नों का उत्तर देने, नाचने, गाने आदि के लिए मजबूर करके मानसिक उत्पीड़न, असुविधा का कारण बनता है, तो उसे जूनियर की रैगिंग कहा जाता है। इसमें "साइबर रैगिंग" भी शामिल है। सजा: 1 वर्ष कारावास या जुर्माना
  • गंभीर मौखिक रैगिंग: जहां मानसिक उत्पीड़न, असुविधा ऐसे कार्य के लिए होती है जो जूनियर को कॉलेज से बाहर निकलने के लिए मजबूर करती है। सजा: 7 वर्ष कारावास और जुर्माना
  • शारीरिक रैगिंग: जूनियर के प्रति सीनियर द्वारा किया गया कोई भी कार्य जिससे जूनियर को शारीरिक चोट पहुंचे। जैसे जूनियर को पीटना, उसे वस्तुओं से मारना आदि। सजा: 7 वर्ष कारावास और जुर्माना
  • यौन रैगिंग: जहां सीनियर जूनियर को ऐसा कार्य करने के लिए कहता है जिससे जूनियर की यौन गरिमा को ठेस पहुंचे। सजा: 7 वर्ष कठोर कारावास और जुर्माना

उद्देश्य:

सिक्किम विश्वविद्यालय में रैगिंग की समस्या को रोकने के लिए

एंटी रैगिंग नीति - सिक्किम विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध संस्थानों के परिसर में रैगिंग पर सख्त प्रतिबंध है। अगर कोई भी व्यक्ति ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो रैगिंग की सीमा चाहे जितनी भी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

  • विश्वविद्यालय/कॉलेजों में रैगिंग को रोकना तथा इसमें शामिल लोगों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करना,
  • कानून द्वारा इसे प्रतिबंधित करके तथा सर्वोच्च न्यायालय, यूजीसी और सिक्किम विश्वविद्यालय के विनियमों के प्रावधानों का पालन करके इसकी घटना को रोककर संस्थान से सभी प्रकार की रैगिंग को जड़ से समाप्त करना, तथा
  • दोषी पाए जाने वालों के लिए उचित दंड का प्रावधान करना।

    एंटी-रैगिंग समिति के कार्य

  1. संबंधित अभ्यर्थी से निर्धारित प्रारूप में एंटी रैगिंग के संबंध में वचनबद्धता प्राप्त करना।
  2. संस्थानों के प्रमुखों द्वारा एंटी रैगिंग के संबंध में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को संबोधित करना।
  3. शैक्षणिक वर्ष के अंत में जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों के माता-पिता, अभिभावकों को पत्र भेजने की व्यवस्था करना।
  4. संबद्ध संस्थानों के साथ समन्वय करना तथा उनसे समय-समय पर रिपोर्ट मंगवाना।
  5. शैक्षणिक वर्ष के अंत में मेंटरों से मिलकर निगरानी प्रकोष्ठ (उप-समितियाँ) बनाना।
  6. सुरक्षा कड़ी करने के उपाय सुझाना।
  7. उन संस्थानों की संबद्धता समाप्त करने की सिफारिश करना, जिन्होंने रैगिंग पर प्रभावी रूप से अंकुश नहीं लगाया।

भेदभाव विरोधी अधिकारी

प्रो. नवल किशोर पासवान ,सामाजिक विज्ञान स्कूल के डीन विश्वविद्यालय के भेदभाव विरोधी अधिकारी हैं।

समान अवसर प्रकोष्ठ (ईओसी)

  विश्वविद्यालय के समान अवसर प्रकोष्ठ में निम्नलिखित सदस्य हैं:

पद

क्र.सं.नामसमिति में पद 
1प्रो. सोहेल फिरदोस

प्रोफेसर,

भूगोल विभाग

संयोजक
2डॉ. संतोष कुमार राय

सहेयक प्रोफेसर,

वनस्पति विज्ञान विभाग

सदस्य
3श्री जयंत कुमार बर्मन

सहेयक प्रोफेसर,

संगीत विभाग

सदस्य
4डॉ. सेबेस्टियन एन

सहेयक प्रोफेसर,

अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग

सदस्य
5डॉ. बुद्धिमान तमांग

सहेयक प्रोफेसर,

माइक्रोबायोलॉजी विभाग

सदस्य
6सुश्री सास्वती साहा

सहेयक प्रोफेसर,

अंग्रेजी विभाग

सदस्य
7डॉ. बिसु सिंह

सहेयक प्रोफेसर

प्राणि विज्ञान विभाग

सदस्य
8डॉ. राम भवन यादव

सहेयक प्रोफेसर,

अंग्रेजी विभाग

सदस्य
जिम्मेदारियां:
  1. वंचित समूह को सीखने पर जोर देना तथा मुख्यधारा में उनके लिए स्थान बनाना।
  2. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर), अल्पसंख्यकों के लिए कोचिंग की विशिष्ट योजना चलाना ताकि उनकी रोजगार क्षमता और सफलता में वृद्धि हो सके।
  3. समान अवसर प्रकोष्ठ के उद्देश्य के अनुरूप विश्वविद्यालय के छात्रों, कर्मचारियों और संकाय का डाटाबेस बनाए रखना।
  4. इस संदर्भ में कार्यशालाओं और सेमिनारों सहित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना।
  5. संयोजक का कार्य प्रकोष्ठ की गतिविधियों का समन्वय करना है।
  6. समिति के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे माह में एक बार समिति की बैठक में उपस्थित रहें, जो कि उनका आधिकारिक कर्तव्य है तथा संयोजक को विधिवत् हस्ताक्षरित कार्यवृत्त रजिस्ट्रार को प्रस्तुत करना चाहिए।

शिकायत निवारण प्रकोष्ठ

प्रो. नवल किशोर पासवान ,डीन, स्कूल ऑफ सोशल साइंस और प्रमुख, शांति और संघर्ष अध्ययन और प्रबंधन विभाग को शिकायत निवारण सेल का संयोजक नियुक्त किया गया है। संयोजक द्वारा शिकायत प्राप्त होने पर सेल का गठन अध्यादेश OE - 6 के अनुसार किया जाएगा।

संस्थागत जैव-सुरक्षा समिति (आईबीएससी)

The Institutional Bio-safety Committee(IBSC) shall function as per the prescribed guidelines issued by the Department of Biotechnology, Govt. of India (1990).

क्र.सं.नाम और पदनामपद
1

कुलपति

सिक्किम विश्वविद्यालय

अध्यक्ष
2

डीबीटी से एक नामांकित व्यक्ति

(नामांकित किया जाना है)

सदस्य
3

डॉ. के. जयराम

वैज्ञानिक - ई

जैव संसाधन एवं सतत विकास संस्थान

गंगटोक

 

सदस्य
4

डॉ. रेखा शर्मा

सहायक प्रोफेसर

माइक्रोबायोलॉजी विभाग

सिक्किम मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज

जैव सुरक्षा अधिकारी
5

डॉ. मंजुश्री थापा

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी

सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य
6

डॉ. अखिलेश कुमार गुप्ता

एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रमुख

रसायन विज्ञान विभाग

सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य
7

डॉ. बिमला सिंह

सहायक प्रोफेसर

माइक्रोबायोलॉजी विभाग

सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य 
8

प्रो. नीलाद्रि बाग
प्रोफेसर एवं प्रमुख,

बागवानी विभाग
सिक्किम विश्वविद्यालय

सदस्य सचिव

संस्थागत जैव-सुरक्षा समिति (आईबीएससी) जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार (1990) द्वारा जारी निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करेगी।

आंतरिक शिकायत समिति

प्रस्तावना

सिक्किम विश्वविद्यालय यौन उत्पीड़न के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति रखता है और यौन उत्पीड़न से निपटने के लिए संवैधानिक जनादेश को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। यह लैंगिक समानता का दृढ़ता से समर्थन करता है और लैंगिक भेदभाव, यौन उत्पीड़न और लैंगिक हिंसा के किसी भी रूप का विरोध करता है।

कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के प्रावधानों के अनुसार, यौन उत्पीड़न की शिकायत पर जांच प्राधिकरण के रूप में कार्य करने और लैंगिक मुद्दों पर छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों को संवेदनशील बनाने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए एक आंतरिक शिकायत समिति गठित की गई है।

आईसीसी के सदस्य
क्र.सं.नाम और पदनामपदईमेल आईडीpresidingofficer.icc@cus.ac.in
1प्रो. रतिका प्रधान
प्रोफेसर
कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग
पीठासीन अधिकारी (प्रभारी)presidingofficer.icc@cus.ac.in 
2सुश्री डोनसी लामा
कार्यकारी सदस्य
सिक्किम राज्य महिला आयोग
बाहरी सदस्यdoncee3011@gmail.com9907003364
3

प्रो. प्रवीण मिश्रा

प्रोफेसर, विधि विभाग

सदस्यpmishra@cus.ac.in9862927216
4

डॉ. सोनम यांगचेन भूटिया

सहायक प्रोफेसर, कानून विभाग

 सदस्यsybhutia@cus.ac.in9831024283
5

डॉ. धृति रॉय

एसोसिएट प्रोफेसर, चीनी विभाग

 सदस्यdroy@cus.ac.in7063741189
6

डॉ. जेम्स वी. हाओकिप

सहायक प्रोफेसर, मानव विज्ञान विभाग

सदस्यjvhaokip@cus.ac.in9436319006
7

डॉ. सुम्निना राय

सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग

 

सदस्यsrai01@cus.ac.in8945978586
8श्रीमती कुंजिनी पी. दरनाल
जनसंपर्क अधिकारी
सदस्यkpdarnal@cus.ac.in9679301530
9श्रीमती पुनम छेत्री
अनुभाग अधिकारी
 सदस्यpchettri@cus.ac.in9732915723
10सुश्री मोनिका लखंद्री
पीएचडी स्कॉलर, राजनीति विज्ञान विभाग
 सदस्यmonicalakandri9@gmail.com7679941484
11सुश्री मानस्वराणा बोरा
पीएचडी स्कॉलर
माइक्रोबायोलॉजी विभाग
 सदस्यmanswamab@gmail.com9957514301
12सुश्री डेबोराह बेसनेट
बीए छात्रा
मनोविज्ञान विभाग
सदस्य  

 

शिकायतें ऑनलाइन दर्ज की जा सकती हैं: presidingofficer.icc@gmail.com

 

लिंक:

  1. आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के पुनर्गठन के संबंध में अधिसूचना- 43/2022
  2. आईसीसी-103/2018 से संबंधित अधिसूचनाएं
  3. शिकायत प्रस्तुत करने, जांच करने और निवारण की प्रक्रिया
  4. कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013
  5. कार्यशालाएं/गतिविधियां/सेमिनार
  6. आईसीसी सदस्यों के संपर्क विवरण और ईमेल आईडी
  7. अतिरिक्त आईसीसी सदस्य (अधिसूचना 75/2022)
  8. यूजीसी विनियमन
  9. राजपत्र अधिसूचना

संस्थागत नैतिक समिति (आईईसी)

क्र.सं.नाम और पदनामपद
1प्रो. मुरलीधर वी. पै
डीन
सिक्किम मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
अध्यक्ष
2प्रो. सत्यानंद पांडा
प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग
सिक्किम विश्वविद्यालय
सदस्य सचिव
3डॉ बी बी राय
कार्यकारी निदेशक, सिक्किम के स्वैच्छिक स्वास्थ्य संघ
गंगटोक
सदस्य
4प्रो. मिंगमा ल्हामू शेरपा, प्रमुख
वायरोलॉजी विभाग, सिक्किम मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
सदस्य
5डॉ. सृजना गुरुंग, प्रमुख,
माइक्रोबायोलॉजी विभाग, एसटीएनएम अस्पताल, गंगटोक
सदस्य
6श्री जगत बन्धु. प्रधान
वरिष्ठ वकील
सिक्किम का उच्च न्यायालय
सदस्य
7प्रो. योदिदा भूटिया
प्रोफेसर, शिक्षा विभाग
सिक्किम विश्वविद्यालय
सदस्य

संस्थान नवाचार परिषद (आईआईसी)

विश्वविद्यालय की संस्थान नवाचार परिषद (आईआईसी) के निम्नलिखित सदस्य हैं:

क्र.सं.नाम;पद                                       समिति में पद
1

प्रो. शांति एस. शर्मा

 

प्रोफ़ेसर,

वनस्पति विज्ञान विभाग

राष्ट्रपति
2

डॉ. मोहन पी. प्रधान

 

सह - प्राध्यापक,

कंप्यूटर अनुप्रयोग विभाग

सदस्य
3अपर महाप्रबंधक

नाबार्ड,

गंगटोक, सिक्किम

सदस्य
4

डॉ. मंजू राणा

 

सहेयक प्रोफेसर,

बागवानी विभाग

संयोजक
5

श्री सायक दास

 

पीएचडी स्कॉलर्स,

माइक्रोबायोलॉजी विभाग

समन्वयक

आईआईसी, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ (एमआईसी) के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत कार्य करेगा तथा एमआईसी के उद्देश्यों को पूरा करने का प्रयास करेगा।

बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर)

विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के निम्नलिखित सदस्य हैं:

क्रम सं.नामपदसमिति में पद
1

प्रो. शांति एस. शर्मा

 

प्रोफ़ेसर,

वनस्पति विज्ञान विभाग

सभापति
2

प्रो. एन. के. पासवान

 

डीन,

सामाजिक विज्ञान स्कूल

सदस्य
3

श्री वीर मयंक

 

सहेयक प्रोफेसर,

क़ानून विभाग

सदस्य
4

डॉ. बसुंधरा छेत्री

 

सहेयक प्रोफेसर,

प्राणि विज्ञान विभाग

सदस्य
5

डॉ. उत्तम लाल

 

सहायक प्रोफेसर एवं प्रभारी,

भूगोल विभाग

सदस्य
6

डॉ. मंजू राणा

 

सहेयक प्रोफेसर,

उद्यान विभाग

सदस्य
संदर्भ की शर्तें:
  1. बौद्धिक संपदा अधिकार के दिशानिर्देश तैयार करना.
  2. आईपीआर मुद्दों पर अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित करना.
  3. कार्यशालाएँ/सेमिनार आयोजित करें.
  4. आईपीआर पर जागरूकता कार्यक्रम के लिए एसईआरबी-डीएसटी/डीएसटी में आवेदन करें.
  5. हमारे विश्वविद्यालय के आईपीआर परिणामों का संग्रह तैयार करना, यदि कोई हो।

राजभाषा कार्यान्वयन समिति

क्र.सं.विभागपद
1कुलपतिसभापति
2पंजीयकसदस्य
3वित्त अधिकारीसदस्य
4परीक्षा नियंत्रकसदस्य
5पुस्तकालय अध्यक्षसदस्य
6डीन, छात्र कल्याणसदस्य
7डीन, स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेजसदस्य
8डीन, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेजसदस्य
9डीन, भौतिक विज्ञान स्कूलसदस्य
10डीन, मानव विज्ञान स्कूलसदस्य
11डीन, भाषा और साहित्य स्कूलसदस्य
12डीन, स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीजसदस्य
13हिंदी अधिकारीसचिव


समिति के विचारणीय विषय निम्नानुसार हैं:

  1. विश्वविद्यालय के सभी विभागों/अनुभागों/कार्यालयों से हिंदी के प्रगामी प्रयोग के संबंध में प्राप्त त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट (क्यूपीआर) की समीक्षा करना।
  2. राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के लिए वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्य की तुलना में प्राप्त लक्ष्य की समीक्षा करना तथा लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों और साधनों पर विचार करना।
  3. विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, हिंदी शिक्षण, हिंदी टंकण एवं आशुलिपि प्रशिक्षण तथा हिंदी दिवस समारोह के आयोजन आदि पर चर्चा करना।
  4. हिंदी से संबंधित आदेशों के कार्यान्वयन में आने वाली कठिनाइयों और उनके समाधान पर विस्तार से चर्चा करना।
  5. संसदीय राजभाषा समिति की रिपोर्ट में की गई सिफारिश के अनुसरण में जारी आदेशों के संबंध में अनुवर्ती कार्रवाई की समीक्षा करना।
  6. हिंदी में कार्य करने वाले कार्यालयों/कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन योजनाएं चलाना।

समाधान

छात्र किसी भी विश्वविद्यालय का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। छात्र जीवन को हमेशा किसी के जीवन का सबसे रोमांचक हिस्सा माना जाता है। कुछ लोग तो छात्र जीवन को रोमांटिक भी मानते हैं। लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि छात्र जीवन प्रदर्शन के दबाव से भरा होता है और अगर सावधानी से न संभाला जाए तो बहुत तनावपूर्ण हो सकता है। सिक्किम विश्वविद्यालय के कुछ संकाय सदस्यों द्वारा छात्रों की समस्याओं को हल करने और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने के लिए समाधान की शुरुआत की गई है।

समाधान स्वास्थ्य केंद्र के बगल में स्थित है और योग्य और अनुभवी शिक्षकों द्वारा इसकी देखभाल की जाती है। वे छात्रों को उनकी व्यक्तिगत, शैक्षणिक और अन्य समस्याओं जैसे तनाव, पारस्परिक तनाव, नैतिक दुविधाओं, मादक द्रव्यों के सेवन, व्यवहार संबंधी समस्याओं, न्यूरोसाइकोलॉजिकल समस्याओं आदि से उबरने में मदद करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।

समाधान इसके निम्नलिखित उद्देश्य हैं:

  • छात्रों के व्यक्तिगत, शैक्षणिक और सामाजिक विकास को सुविधाजनक बनाना।
  • छात्रों को उनकी व्यक्तिगत समस्याओं और क्षमताओं को बेहतर ढंग से समझने में सहायता करना।
  • छात्रों को उनकी सकारात्मक निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाने में सहायता करना।
  • छात्रों को जीवन में चुनौतियों का सामना करने के लिए कौशल से लैस करना।

समाधान सदस्य

डॉ. सत्यानंद पांडा,प्रमुख, मनोविज्ञान विभाग - समन्वयक

डॉ. स्वाति ए. सचदेवा,एसोसिएट प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग- सदस्य