एमएससी (वनस्पति विज्ञान) उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय
पीएचडी (खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान) उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय
विषय: “पारंपरिक सब्जी उत्पादों के किण्वन और जैव संरक्षण में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की भूमिका”
खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान, कार्यात्मक खाद्य पदार्थ, जठरांत्र संबंधी सूक्ष्म जीव विज्ञान
तमांग, जे.पी., तमांग, बी, शिलिंगर, यू, गुइगास सी और होल्ज़ापेल, डब्ल्यू.एच. (2009) ‘हिमालय की जातीय किण्वित सब्जियों से पृथक लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के कार्यात्मक गुण’, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड माइक्रोबायोलॉजी, 30;135(1): 28-33.
तमांग, बी, तमांग, जे.पी., शिलिंगर, यू, फ्रांज, सी.एम.ए.पी. गोरेस, एम और होल्ज़ापेल, डब्ल्यू.एच. (2008) ‘पूर्वोत्तर भारत के जातीय किण्वित बांस की कोमल टहनियों से पृथक लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की फेनोटाइपिक और जीनोटाइपिक पहचान’, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड माइक्रोबायोलॉजी, 121: 35-40।
तमांग, जे.पी., तमांग, बी, शिलिंगर, यू, फ्रांज, सी.एम.ए.पी. गोरेस, एम और होल्ज़ाफेल, डब्ल्यू.एच. (2005) ‘पूर्वी हिमालय के पारंपरिक रूप से किण्वित वनस्पति उत्पादों से पृथक प्रमुख लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की पहचान’, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड माइक्रोबायोलॉजी 105(3): 347-356।