एम.ए. इतिहास (दिल्ली विश्वविद्यालय)
एम.फिल. इतिहास (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय)
पीएचडी इतिहास (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय): “प्रारंभिक बौद्ध धर्म में पर्यावरणीय परिप्रेक्ष्य: प्रारंभिक ग्रंथों का अध्ययन’
विशेषज्ञता के क्षेत्र
प्रारंभिक बौद्ध धर्म और बौद्ध ग्रंथों के संदर्भ में प्रारंभिक भारत में सामाजिक इतिहास, जाति, लिंग और पर्यावरण संबंधी मुद्दों में विशेष रुचि के साथ प्राचीन भारतीय इतिहास।
थेंडप, संगमू, ‘बौद्ध धर्म और धार्मिक पर्यावरणवाद: बौद्ध मिथकों, किंवदंतियों और लोक कथाओं के माध्यम से सिक्किम का एक केस स्टडी’, जर्नल ऑफ इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ बौद्ध यूनिवर्सिटीज, खंड 11 नंबर 2, 2018, पृष्ठ 345-360।
थेंडुप, संगमू और बिवेक तमांग, ‘सिक्किम में बौद्ध आध्यात्मिक पर्यटन और व्यापार: उत्तर पूर्व से परे अवसरों को जोड़ना और साकार करना’, नवल के. पासवान (संपादक) भारत का उत्तर पूर्व और उससे परे: शासन, विकास और सुरक्षा, आकांक्षा पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली, 2017, पृ.221-239।
थेंडुप, संगमू और सुषमा राय, ‘दार्जिलिंग चाय की कहानी: एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि’, नीलाद्री बाग, ए. बाग और एल.एम.एस. पालनी (संपादक) चाय तकनीकी पहल, न्यू इंडिया पब्लिशिंग एजेंसी, नई दिल्ली, 2016, पृ. 1-17।