नरेंद्र देवा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय। फैजाबाद, उत्तर प्रदेश से 2013 में 8.307 ओजीपीए के साथ एमएससी (उद्यानिकी) वनस्पति विज्ञान उत्तीर्ण।
पीएचडी (उद्यानिकी) बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर, बिहार से पीएचडी कर रहे है, पूरा नहीं हुआ है, चल रहा था।
विशेषज्ञता का क्षेत्र
वनस्पति के खेती में वनस्पति प्रजनन और जैविक खेती
1) इफैक्ट ऑफ नुतृएंट सप्लिमेंटेशन थ्रू ऑर्गनिक सोरसेस ऑन ग्रोथ, येल्ड एंड क्वालिटी ऑफ कोराइंडर (कोरइंड्रूमसेटीवम एल) (2015). राजेश कुमार, एम.के. सिंह, विजय कुमार आर.के.वर्मा, जे.के. कुशवाह और महेंदर पाल. इंडियन जर्नल ऑफ एग्रिकल्चरल रिसर्च, 49 (3) : 278-281.
2) इम्पैक्ट ऑफ वैरियस लेवेल्स ऑफ ऑर्गनिक सोर्सेस ऑफ इकनॉमिक फिसिबिलिटी ऑफ क्रॉप प्रॉडक्शन ऑफ कोराइंडर (कोरइंड्रूमसेटीवम एल) (2015). राजेश कुमार, आर.के.वर्मा, विजय कुमार, एम।के. सिंह और जे.के. कुशवाह. इंटरनेशनल रिसर्च जर्नल ऑफ एग्रिकल्चरल इकनॉमिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स,6 (1): 54-56.
3) स्टडीज़ ऑन हेरिटेबिलीटी एंड जिनैटिक एडवांस एस्टिमेट्स इन मेज़ जीनोटाइप्स (2014). ए.के. मौर्य, राजेश कुमार, विजय कुमार, आर. के. वर्मा, स्मिरीति, श्वेता, बी.के. यादव. प्लांट आर्काइव्स,14 (2): 1155-1157.